वेल्लारीकुंडु तालुक कार्यालय में कार्यरत कनिष्ठ अधीक्षक ए. पवित्रन को हाल ही में केरल सरकार ने सेवा से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई उस वक्त सामने आई जब पवित्रन ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाली मलयाली केबिन क्रू सदस्य रंजीता आर. नायर को लेकर फेसबुक पर आपत्तिजनक और अश्लील टिप्पणी की थी।
रंजीता की मृत्यु के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने शोक व्यक्त किया था, लेकिन पवित्रन की टिप्पणी ने जनभावनाओं को आहत कर दिया। जैसे ही यह पोस्ट वायरल हुई, सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश फूट पड़ा। आम जनता, महिला संगठनों और राजनीतिक दलों ने इस अभद्रता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
सरकार ने त्वरित संज्ञान लेते हुए पवित्रन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। राज्य कार्मिक विभाग के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस प्रकार की असंवेदनशीलता सरकारी सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन है और इसके लिए “जीरो टॉलरेंस” नीति अपनाई जाएगी।
इस बीच, रंजीता आर. नायर के परिजनों ने इस टिप्पणी पर गहरा दुख जताया है और आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। वहीं, राज्य महिला आयोग ने भी मामले की स्वतः संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब की है।
सोशल मीडिया पर जनता का गुस्सा:
इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या सरकारी कर्मचारियों को सोशल मीडिया पर कुछ भी लिखने की स्वतंत्रता है, विशेषकर तब जब वह शोकाकुल माहौल में संवेदनहीन शब्दों का प्रयोग करें?
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